Gayatri Mantra In Sanskrit-Hindi Lyrics and Meaning गायत्री मंत्र संस्कृत - हिंदी लिरिक्स और अर्थ

"गायत्री मंत्र" हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण मंत्र है। यह मंत्र ऋग्वेद से लिया गया है और इसका उच्चारण और अर्थ निम्नलिखित है:


-: मंत्र :-

ॐ भूर्भुवः स्वः, तत्सवितुर्वरेण्यं |
भर्गो देवस्यः धीमहि, धियो यो नः प्रचोदयात् ||

-: अर्थ :- 

: - यह प्राणों के प्राण, दुःख विनाशक, सुखस्वरूप परमात्मा को सूचित करता है।

भूर्भुवः स्वः - यह तीन लोकों के नाम हैं  भूर्लोक, भुवर्लोक और स्वर्गलोक।

तत्सवितुर्वरेण्यं: - हम उस दिव्य सूर्यदेव की उपासना करते हैं, जो हमें ज्ञान और तेजस्वी बनाता है।

भर्गो देवस्यः धीमहि: - हम उस देवता की ध्यान करते हैं, जिसकी ज्योति हमें अध्यात्मिक ज्ञान में प्रेरित करती है।

धियो यो नः प्रचोदयात्: - हमारी बुद्धि को श्रेष्ठ मार्ग पर प्रेरित करें।



आप पढ़ सकते हैं : GAYATRI MANTRA IN ENGLISH

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